चुनाव में कानून व्यवस्था के दावे के बीच गुरुद्वारे में गोलियों की तड़तड़ाहट
हत्या के पीछे की साजिश का खुलासा किया जाएगा-डीजीपी
नानकमत्ता। लोकसभा चुनाव के शोरगुल के बीच उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल नानकमत्ता गुरुद्वारा के डेरा प्रमुख तरसेम सिंह की गुरुवार की सुबह गोली मार कर हत्या कर दी। दोनों शूटर सिख समुदाय से बताए जा रहे है। हत्याकांड को सुबह लगभग सवा छह बजे अंजाम दिया गया। इस हत्याकांड से इलाके में दहशत फैल गयी। दोनों हत्यारे मोटरसाइकिल पर आए थे। और गुरुद्वारा कैंपस में कुर्सी पर बैठे डेरा प्रमुख की हत्या कर दी। चुनाव में चुस्त चाक चौबंद व्यवस्था होने के बावजूद इस घटना ने पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल खड़े कर दिए।
हत्या के बाद दोनों हत्यारे मोटर साइकिल से भाग गए। गुरुद्वारे परिसर में गोली की आवाज सुन अन्य सेवादार डेरा प्रमुख के पास पहुंचे। और उन्हेँ हॉस्पिटल ले गए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित किया। घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी मंजूनाथ टीसी मौके पर पहुंचे।
डीजीपी अभिनव कुमार ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए हत्याकांड के खुलासे के लिए एसआईटी गठित कर दी है। एसटीएफ को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हत्या के पीछे की साजिश का खुलासा किया जाएगा।
गौरतलब है कि इन दिनों लोकसभा चुनाव को देखते हुए कई जगह सघन चेकिंग के दावा किया जा रहा है। ऐसे में दोनों शूटर खुलेआम मोटर साइकिल में हथियार लहराते हुए गुरुद्वारे कैंपस में दाखिल होने के बाद फरार हो गए। इससे जघन्य हत्याकांड ने उधमसिंहनगर जिले की पुलिस चेकिंग अभियान पर भी सवाल उठा दिए हैं।
चुनाव में कानून व्यवस्था के दावे के बीच गुरुद्वारे में गोलियों की तड़तड़ाहट
हत्या के पीछे की साजिश का खुलासा किया जाएगा-डीजीपी
नानकमत्ता। लोकसभा चुनाव के शोरगुल के बीच उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल नानकमत्ता गुरुद्वारा के डेरा प्रमुख तरसेम सिंह की गुरुवार की सुबह गोली मार कर हत्या कर दी। दोनों शूटर सिख समुदाय से बताए जा रहे है। हत्याकांड को सुबह लगभग सवा छह बजे अंजाम दिया गया। इस हत्याकांड से इलाके में दहशत फैल गयी। दोनों हत्यारे मोटरसाइकिल पर आए थे। और गुरुद्वारा कैंपस में कुर्सी पर बैठे डेरा प्रमुख की हत्या कर दी। चुनाव में चुस्त चाक चौबंद व्यवस्था होने के बावजूद इस घटना ने पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल खड़े कर दिए।
हत्या के बाद दोनों हत्यारे मोटर साइकिल से भाग गए। गुरुद्वारे परिसर में गोली की आवाज सुन अन्य सेवादार डेरा प्रमुख के पास पहुंचे। और उन्हेँ हॉस्पिटल ले गए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित किया। घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी मंजूनाथ टीसी मौके पर पहुंचे।
डीजीपी अभिनव कुमार ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए हत्याकांड के खुलासे के लिए एसआईटी गठित कर दी है। एसटीएफ को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही हत्या के पीछे की साजिश का खुलासा किया जाएगा।
गौरतलब है कि इन दिनों लोकसभा चुनाव को देखते हुए कई जगह सघन चेकिंग के दावा किया जा रहा है। ऐसे में दोनों शूटर खुलेआम मोटर साइकिल में हथियार लहराते हुए गुरुद्वारे कैंपस में दाखिल होने के बाद फरार हो गए। इससे जघन्य हत्याकांड ने उधमसिंहनगर जिले की पुलिस चेकिंग अभियान पर भी सवाल उठा दिए हैं।